Kavita - 010 - Not yet complete - बन्दर मामा
बन्दर मामा पहन पजामा दिल्ली घूमने आए है | साथ मामी छोटू चुटकी और घोडा गाड़ी लाए है | अपने पापो की गिनती कर यमुना नहाने का मन बनाए है | पर यमुना का गन्दा पानी देख, गाडी शांति मोहले दौड़ाए है | शांति मोहल्ले कि अशांति देख अब मामा घबराए है और आनन् फानन मै सीलमपुर को दौड़ लगाए है | बन्दर मामा पहन पजामा दिल्ली घूमने आई है | सीलमपुर कि भीड़ देख अब मामा पगलाए है | और गाड़ी को वेलकम कि कुञ्ज गालिओ मै लाए है | पैर वेलकम मै न पा टेलकम | बिहारी कॉलोनी को आई है | और स्टैंड पे फल वालो को देख अब मामा ललचाए है | पर उनके मोल भाव से अब मामा पगलाए है | बन्दर मामा पहन पजामा दिल्ली घूमने आए है |